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तुलसी (TULSI) : जड़ी बूटियों की रानी

by HE Times
  • एचई टाईम्स. संजय कुमार. आयुर्वेद विशेषज्ञ

कोरोना महामारी के डर ने दुनिया को जीवन की नींव को मजबूत करने के लिए बुनियादी बातों पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया है! तुलसी को सभी जड़ी बूटियों की रानी कहा जाता है, इसका उपयोग आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा में व्यापक रूप से किया जाता है जो मानव शरीर को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने में मदद करता है. तुलसी के पत्तों के साथ साथ इसके फूल भी उतने हीं लाभकारी होते है.
तुलसी का उपयोग न सिर्फ बुखार में बल्कि किडनी में स्टोन जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी निजात पाने में भी मदद करती है. इसी लिए आयुर्वेदिक ग्रंथों ने भी इस महत्वपूर्ण जड़ी बूटी को प्रकृति में उत्तेजक, ज्वरनाशक और सुगंधित के रूप में वर्गीकृत किया है.
हिंदू धर्म में, पवित्र तुलसी एक धार्मिक प्रतीक होने के साथ-साथ एक अच्छी चिकित्सकीय उपचार भी है. धार्मिक रूप से, पवित्र तुलसी की पूजा पूरे भारत में हिंदुओं द्वारा सुबह और शाम की जाती है और चिकित्सकीय रूप से इसका उपयोग प्राचीन आयुर्वेदिक स्वास्थ्य प्रणाली में आम बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है.
तुलसी के प्रकार
तुलसी और इसके अर्क का उपयोग हीलिंग और इम्युनिटी बढ़ाने वाली दवाएं बनाने में एक सक्रिय तत्व के रूप में किया गया है, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि तुलसी कई प्रकार की होती है और ये न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में उपयोगी हैं बल्कि ये स्वाभाविक रूप से वजन को कम करने में भी हमारी मदद करती है.
रमा तुलसी
रमा तुलसी को हरी पत्ती वाली तुलसी भी कहा जाता है और यह एक अलग प्रकार की तुलसी की नस्ल है जिसमें हल्के बैंगनी रंग के फूल होते हैं और इसमें लौंग जैसी गंध होती है. इसमें यूजेनॉल होता है जो आमतौर पर लौंग में पाया जाता है और इसका स्वाद काफी अच्छा होता है. इसका इस्तेमाल मसालेदार और कड़वी, गर्म, सौम्य, पाचन, पसीना और बच्चों की सर्दी-खांसी की बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है.
कृष्ण तुलसी 
इस प्रकार की तुलसी को बैंगनी पत्ती वाली तुलसी भी कहा जाता है और इसमें लौंग जैसी सुगंध होती है. इसका स्वाद आपके मुंह में काली मिर्च की तरह होता है. इसके पत्ते एक से दो इंच लंबे एंव अंडाकार या आयताकार आकृति के होते हैं.यह गले में संक्रमण, श्वसन समस्याओं, कान दर्द और त्वचा रोगों जैसे संक्रमणों को ठीक करने में मदद करती है. इसका उपयोग मलेरिया, अपच, अनिद्रा और हैजा को ठीक करने के लिए भी किया जाता है.
वन तुलसी 
वन तुलसी भारत, श्रीलंका और अफ्रीका के पूर्वोत्तर भागों में पाई जाती है. इस प्रकार की तुलसी आमतौर पर औषधीय प्रयोजनों के लिए उगाई जाती है और इसे भारतीय धार्मिक मान्यताओं में शामिल किया जाता है. इस प्रकार की प्रजाति को ठंड से बचाया जाना चाहिए. इसमें हल्के हरे पत्ते होते हैं जो एक नींबू सुगंध और स्वाद के साथ होते हैं. वन तुलसी के पत्ते प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और इसका उपयोग आमतौर पर चाय बनाने के लिए किया जाता है. जब चाय के रूप में सेवन किया जाता है, तो यह शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति में वृद्धि जैसे स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है और आपके शरीर के अंदर रक्त प्रवाह में अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व जोड़ता है.
तुलसी का उपयोग एवं लाभ
पश्चिमी चिकित्सकीय प्रणाली आपको तुरंत राहत तो जरूर प्रदान करती है लेकिन इसके बहुत सारे दुष्प्रभाव भी होते हैं. तुलसी धीमी गति से राहत प्रदान करती है लेकिन आप इस बात से सुनिश्चित हो सकते हैं कि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं और यही कारण है कि इसे चमत्कारी जड़ी बूटी भी कहा जाता है. एक तुलसी का पौधा आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है.
त्वचा के लिए तुलसी  
इस चमत्कारी जड़ी बूटी का उपयोग मुँहासे, त्वचा के संक्रमण, काले धब्बों को हल्का करने और त्वचा की बनावट में सुधार के लिए किया जाता है. अब तक यह सबसे सुरक्षित त्वचा क्रीम साबित हुई है जिसका उपयोग आज बड़े पैमाने पर किया जाता है. यहां उन लाभों की सूची दी गई है जो तुलसी से आपकी त्वचा को प्राप्त होती है.
  • यह आपकी त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है.
  • तुलसी चेहरे के दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करती है.
  • तुलसी त्वचा के संक्रमण और किसी भी प्रकार की त्वचा की एलर्जी को ठीक करने में मदद करती है.
बालों के लिए तुलसी 
पवित्र तुलसी का उपयोग आपके बालों पर कई कारणों से प्रभावकारी होता है तथा यह आपके बालों को हर तरह से बेहतर बनाता है. यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे तुलसी आपके बालों को फायदा पहुंचा सकती है.
  • तुलसी बालों को झड़ने से रोकने में मदद कर सकती है.
  • तुलसी बालों का सफेद होना कम करती है और उन्हें घना और काला रखती है.
  • तुलसी रूसी को कम कर सकती है.
  • तुलसी ड्राई स्कैल्प को रोकने में मदद कर सकती है.
वजन घटाने के लिए तुलसी 
तुलसी एक प्राकृतिक तत्व है जो वजन घटाने में काफी लाभकारी होती है. अगर आप बिना किसी साइड इफेक्ट के अपना फैट बर्न करना चाहते हैं, तो आपको तुलसी की चाय का सेवन करना चाहिए. अगर आप दिन में दो कप भी तुलसी का चाय पीते हैं तो आपको इसका साफ असर देखने को मिल सकता है. बिना व्यायाम के भी तुलसी की चाय आपको पतला कर सकती है, लेकिन व्यायाम करने से यह प्रक्रिया तेज हो जाएगी.  यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे तुलसी वजन कम करने में आपकी मदद कर सकती है.
  • तुलसी की चाय आपके मेटाबॉलिज्म यानी चयापचय को नियंत्रित करती है और आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करती है.
  • तुलसी की चाय आपके पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करती है जो जल्दी वजन कम करने के लिए महत्वपूर्ण है.
  • तुलसी की चाय में शून्य कैलोरी होती है जो आपकी सहनशक्ति को बढ़ाती है. 
 आँखों के लिए तुलसी 
आपकी आंखें हर दिन बहुत अधिक धूल और प्रदूषण से ग्रस्त होती हैं.   इस प्रकार अधिकांश लोगों को आंखों से संबंधित समस्याएं हो जाती हैं और तुलसी आंखों से संबंधित समस्याओं के तत्काल इलाज के रूप में कार्य करती है जैसे,
  • तुलसी आंखों को शांत तथा शीतलता प्रदान करती है.
  • रात भर उबले हुए पानी में छोड़ी गई तुलसी की पत्तियों को आंखों को धोने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • तुलसी का आईवॉश आपकी आंखों पर पड़ने वाले दबाव को भी कम करती है.
  • सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह आपकी आंखों पर खिंचाव को कम करता है और उन्हें आराम का अनुभव कराता है.
  • तुलसी आईवॉश आपको आंखों से जुड़ी कई अन्य समस्याओं जैसे कंजक्टिवाइटिस और फोड़े-फुंसियों को रोकने में भी मदद कर सकता है.
समय से पहले बूढ़ा होने से रोकती है तुलसी 
तुलसी में पाए जाने वाले विटामिन सी और ए और फाइटोन्यूट्रिएंट्स ऐसे आवश्यक तेल हैं, जिनका उपयोग उत्कृष्ट एंटीऑक्सिडेंट के रूप में किया जाता है जो शरीर को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाते हैं.  अगर हर्बल टी के इस्तेमाल से आदमी जवान दिख सकता है तो कल्पना कीजिए तुलसी आपको इस कार्य में कितना मदद कर सकती है.  2 कप तुलसी की चाय का सेवन आपको जवां दिखने में मदद कर सकता है और समय से पहले बूढ़ा होने से भी रोक सकता है.
तुलसी को अपने दैनिक आहार में करें शामिल 
आप तुलसी के 3-4 ताजे पत्ते चबा सकते हैं तथा आप एक चम्मच शहद के साथ अदरक, तुलसी और लौंग की चाय भी बना सकते हैं. तुलसी और शहद के उपयोग से आपका वजन कम होगी और यह आपकी चयापचय दर को बढ़ाने में मदद करेगी.

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