
एचई टाईम्स/14 जून 2021
देश की राजधानी दिल्ली की एक समाजिक संस्था, एजवेल फाउंडेशन, जो कि भारत में वृद्ध व्यक्तियों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए काम करती है ने एक महत्वपूर्ण अध्ययन के माध्यम से यह दावा किया है कि भारत में कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के दौरान प्रत्येक तीसरे बुजुर्ग व्यक्ति (35.1%) को किसी न किसी रूप में घरेलू हिंसा की घटनाओं का सामना करना पड़ा है।

अध्ययन के माध्यम से करीब 5000 बुजुर्गों से प्रतिक्रियाएं ली गयी हैं जिसमें 73 प्रतिशन बुजुर्गों ने कहा है कि उन्हें इस साल कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान दुर्व्यवहार का अनुभव हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार 82 प्रतिशत बुजुर्गों ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थिति ने उनके जीवन पर कहीं न कहीं प्रतिकूल असर डाला है। अध्ययन में यह बात भी सामने आयी है कि इस दौरान 65 प्रतिशत बुजुर्गों को अपने ही परिवार के लागों से उपेक्षा का सामना करना पड़ा है। इनमें से (35.1%) प्रतिशत बुजुर्गों को घरेलू हिंसा का भी सामना करना पड़ा है।



