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गैंग्लियन सिस्ट (GANGLION CYST): कारण, प्रभाव और उपचार! - HE Times
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गैंग्लियन सिस्ट (GANGLION CYST): कारण, प्रभाव और उपचार!

by HE Times
एच.ई. टाइम्स ब्यूरो

गैंग्लियन सिस्ट (Ganglion cyst) एक प्रकार की मुलायम, तरल से भरी गांठ होती है, जो ज्यादातर कलाई, उंगलियों, टखनों या पैरों के जोड़ों के पास विकसित होती है। यह गांठ त्वचा के नीचे उभरकर एक गोल या अंडाकार आकार में दिखाई देती है और यह ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलती है। गैंग्लियन सिस्ट की साइज कुछ मिलीमीटर से लेकर कई सेंटीमीटर तक हो सकती है।

गैंग्लियन सिस्ट के कारण

गैंग्लियन सिस्ट बनने के सटीक कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन माना जाता है कि यह तब होता है जब जोड़ों या घुटनों के पास तरल पदार्थ (सिनोवियल फ्लूइड) जमा हो जाता है। यह तरल आमतौर पर जोड़ों को लुब्रिकेट करता है, लेकिन किसी चोट या बार-बार होने वाले दबाव के कारण यह एक सिस्ट के रूप में इकट्ठा हो सकता है।

इससे क्या हानि की संभावना है और यह कितना ख़तरनाक है?

गैंग्लियन सिस्ट आमतौर पर हानिरहित होती है और यह समय के साथ खुद ही गायब हो सकती है। अधिकांश मामलों में यह गंभीर समस्या पैदा नहीं करती, लेकिन कुछ स्थितियों में निम्नलिखित दिक्कतें हो सकती हैं:
  • दर्द और असुविधा: अगर सिस्ट किसी नस या मांसपेशी पर दबाव डालती है, तो इससे दर्द या सुन्नता हो सकती है।
  • जोड़ की गति में कठिनाई: अगर सिस्ट किसी जोड़ के पास हो और उसका आकार बढ़ जाए, तो इससे उस जोड़ की गति में कमी आ सकती है।
  • सौंदर्य संबंधी चिंता: कुछ लोगों के लिए यह गांठ दिखने में असामान्य लग सकती है, जिससे वे इसके बारे में चिंतित हो सकते हैं।
गैंग्लियन सिस्ट जीवन के लिए ख़तरनाक नहीं है, लेकिन अगर यह दर्द पैदा कर रही है या आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर रही है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना उचित है।

गैंग्लियन सिस्ट के कारण

गैंग्लियन सिस्ट के बनने का मुख्य कारण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन निम्नलिखित कारणों का इसमें योगदान हो सकता है:
  • जोड़ों पर बार-बार दबाव: किसी विशेष काम को बार-बार करने से, जैसे टाइपिंग या मैन्युअल काम, जोड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे यह सिस्ट बन सकती है।
  • चोट: किसी भी प्रकार की मांसपेशियों या टेंडन की चोट गैंग्लियन सिस्ट का कारण बन सकती है।
  • जोड़ों का संकुचन: यदि जोड़ों में कोई अन्य समस्या है, जैसे गठिया, तो इससे सिस्ट बनने का खतरा बढ़ सकता है।

ऐलोपैथिक उपचार

गैंग्लियन सिस्ट का ऐलोपैथिक उपचार सिस्ट के आकार और इसके द्वारा होने वाली परेशानी पर निर्भर करता है। सामान्यतः यह उपचार निम्नलिखित हो सकते हैं:
  • अवलोकन: यदि सिस्ट दर्दनाक नहीं है और इसका आकार छोटा है, तो डॉक्टर इसे कुछ समय के लिए अवलोकन में रखते हैं, क्योंकि यह खुद ही गायब हो सकती है।
  • एस्पिरेशन (Aspiration): इस प्रक्रिया में एक सुई का उपयोग करके सिस्ट से तरल पदार्थ निकाल दिया जाता है। हालांकि, इस प्रक्रिया से सिस्ट दोबारा लौट सकती है।
  • सर्जरी: यदि सिस्ट बार-बार लौटती है या बहुत दर्द कर रही है, तो डॉक्टर इसे शल्य चिकित्सा द्वारा निकाल सकते हैं। सर्जरी के दौरान सिस्ट को पूरी तरह से हटाने की कोशिश की जाती है ताकि यह दोबारा न बने।

आयुर्वेदिक उपचार

आयुर्वेदिक उपचार प्राकृतिक तत्वों और जीवनशैली में बदलाव पर आधारित होता है। गैंग्लियन सिस्ट के लिए निम्नलिखित आयुर्वेदिक उपाय सहायक हो सकते हैं:
  • हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सिस्ट के सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। हल्दी का पेस्ट सिस्ट पर लगाने से आराम मिल सकता है।
  • गुग्गुल: गुग्गुल का सेवन गैंग्लियन सिस्ट को ठीक करने में मदद कर सकता है। यह सूजन कम करता है और प्राकृतिक रूप से सिस्ट को हटाने में सहायक है।
  • त्रिफला: त्रिफला का उपयोग शरीर की सफाई करने और अनावश्यक तत्वों को बाहर निकालने के लिए किया जाता है, जो सिस्ट को ठीक करने में मदद कर सकता है।
  • शुद्धिकरण और पंचकर्म: आयुर्वेदिक पंचकर्म थेरेपी के द्वारा शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम किया जाता है, जिससे सिस्ट को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
कुल मिलाकर गैंग्लियन सिस्ट आमतौर पर गंभीर नहीं होती, लेकिन दर्द और असुविधा का कारण बन सकती है। ऐलोपैथिक उपचार में एस्पिरेशन और सर्जरी जैसे विकल्प होते हैं, जबकि आयुर्वेद प्राकृतिक उपचार और जीवनशैली में बदलाव की सलाह देता है। उचित उपचार का चुनाव सिस्ट की गंभीरता और मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है।
नोट : अगर आपको गैंग्लियन सिस्ट से कोई परेशानी हो रही है, तो किसी विशेषज्ञ डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना हमेशा बेहतर होता है।

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