मारा हृदय रक्त को धमनियों के माध्यम से शरीर में भेजता है। धमनियों में बहने वाले रक्त को एक निश्चित दवाब की आवश्यकता होती है। अगर किसी कारण से यह दबाव सामान्य से ज्यादा हो जाती है तो इसका सीधा असर हमारी धमनियों पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में हमारे हृदय को रक्त के प्रवाह के लिए ज्यादा काम करना पड़ता है। इस स्थिति को उच्च रक्तचाप कहते हैं।
उच्च रक्तचाप एक गंभीर बीमारी है। इससे किसी की जान भी जा सकती है। आइए, आज हम उच्च रक्तचाप के मुख्य लक्षण, कारण एवं इसके समाधान पर विशेष रूप से चर्चा करते हैं।
लक्षण : आमतौर पर उच्च रक्तचाप का कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होता है यही कारण है कि बहुत से लोगों को इस बीमारी का पता काफी दिनों तक नहीं चल पाता है। बीमारी का पता नहीं होने के कारण लोग इससे बचाव के उपाय भी नहीं कर पाते हैं।अनुपचारित उच्च रक्तचाप कई गंभीर बीमारियों जैसे, स्ट्रोक, हृदय संबंधी रोगों को जन्म देता है। इसके कुछ प्रमुख लक्षण हैं जो इस बात के स्पष्ट संकेत देते हैं कि आपको उच्च रक्तचाप की संभावना है :
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लगातार सिर में दर्द रहना
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धुंधली या दोहरी दृष्टि होना
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नाक से खून आना
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सांस की तकलीफ होना
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थकावट एवं तनाव महसूस होना
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सीने में दर्द एवं भारीपन की अनुभूति होना
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हर समय कमजोरी महसूस होना
कारण : आमतौर पर उच्च रक्तचाप व्यक्ति के असंतुलित जीवनशैली और आहार के कारण होता है परन्तु 90 प्रतिशत मामलों में, उच्च रक्तचाप का कारण पता नहीं चलता है वहीं लगभग 10 प्रतिशत उच्च रक्तचाप के मामले एक अंदरूनी बीमारी या कारण के परिणाम होते हैं।
आज की इस आधुनिक एवं भाग दौड़ की जिंदगी में हर कोई तनाव ग्रस्त है। नौजवान युवकों को अपनी नौकरी पाने की प्रतिस्पर्धा एवं गृहणियों को घर चलाने का तनाव हर समय बना रहता है।
ज्यादा तनाव बढ़ने से शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले हार्मोन्स का निर्माण होता है। इससे रक्त धमनियों पर दबाव बढ़ता है। रक्त धमनियों पर पड़ने वाले दबाव के कारण हम उच्च रक्तचाप रोग के शिकार हो जाते हैं।
उच्च रक्तचाप के कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं :
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अधिक मोटापा इसका एक महत्वपूर्ण कारण है। मोटे व्यक्ति में ब्लड प्रेशर का खतरा आम व्यक्ति से ज्यादा होता है।
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शारीरिक श्रम का आभाव भी उच्च रक्तचाप का एक मुख्य कारण है। जिन लोगों में आरामतलब जीवन जीने की आदत होती है, उन्हें रक्तचाप की समस्या होने की संभावना ज्यादा रहती है।
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मधुमेह, हृदय रोग तथा किडनी की समस्या से ग्रसित लोगों को रक्तचाप का खतरा ज्यादा होता है।
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ज्यादा नमक एवं फास्ट फुड के सेवन से भी ब्लड प्रेशर की समस्या होने का खतरा बना रहता है।
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प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को उच्च रक्तचाप की समस्या होती है।
बचाव : आप अगर अपने अंदर उच्च रक्तचाप के लक्षणों का पता चलते हीं अपने जीवनशैली एवं आहार में कुछ बदलाव लाते हैं तो इसे पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है।
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अपने शरीर के वजन को नियंत्रित करके उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। अधिक वजन वाले व्यक्ति को सोते वक्त सांस लेने में बाधा होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है।
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स्वस्थ आहार जैसे, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, डेरी प्रोडक्ट्स आदि आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसके साथ साथ अपने आहार में मैग्निशियम, कैल्शियम तथा पोटैशियम की मात्रा पर्याप्त रूप से लें।
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उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में अखरोट तथा बादाम भी काफी सहायक होते हैं, इसलिए प्रतिदिन 4 से 5 अखरोट एवं 5 से 7 बादाम को अपने आहार में शामिल करें।
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पानी अधिक से अधिक मात्रा में पीयें।
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सुबह सुबह प्रतिदिन खाली पेट लहसुन की 2 कलियों का सेवन करने से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने में काफी मदद मिलती है।
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वैसे तो नियमित रूप से फलों के सेवन से आपके सेहत पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है लेकिन कुछ फलों जैसे, सेब, अमरूद, अनार, केला, अंगूर, अनानास, मौसमी तथा पपीता उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में काफी कारगर साबित होता है।
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ओमेगा-3, हृदय संबंधी रोगों में काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
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अपने घर के लिए बनाये जाने वाले भोजन में सोयाबीन तेल का इस्तेमाल करें।
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बिना मलाई वाले दूध का सेवन करें।
परहेज : अगर आपके अंदर उच्च रक्तचाप के लक्षण हैं तो इन चीजों से परहेज करना चाहिए:
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नमक का सेवन कम से कम करें तथा खाने में उपर से नमक बिल्कुल इस्तेमाल न करे।
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कॉफ़ी और चाय, ये दोनों चीजें उच्च रक्तचाप के लिए नुकसानदेह हैं। इसलिए इनका सेवन बिल्कुल कम करें।
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डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए इससे परहेज करें।
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सिगरेट एवं शराब का सेवन उच्च रक्तचाप के लिए जहर के समान है इससे और भी कई तरह की गंभीर बीमारी का खतरा रहता है इसलिए इसका सेवन बिल्कुल न करें।
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पर्याप्त मात्रा में नींद लें, क्योंकि अगर आप भरपूर नींद नहीं लेंगे तो आपके ब्लड प्रेशर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जो लोग कम सोते हैं उनका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।
इसके अतिरिक्त, कुछ सरल घरेलू उपाय हैं, जिन्हें अपना कर अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रित कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसे कौन – कौन से घरेलू उपाय हैं जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होते हैंः
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लहसुन का उपयोग
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आंवले के रस का सेवन
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काली मिर्च का इस्तेमाल
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तरबूज का सेवन
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नींबू का सेवन
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तुलसी एवं नीम का सेवन
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सुबह सुबह खाली पैर हरी घास पर टहलना
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पालक एवं गाजर के जूस का सेवन
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करेला के जूस या सब्जी का सेवन
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खाने में ब्राउन राइस का इस्तेमाल
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3 ग्राम मेथी दाना का पाउडर सुबह-शाम पानी के साथ लेना चाहिए
1 comment
बहुत उपयोगी जानकारी । रक्तचाप गम्भीर समस्या है। इन उपायों से निश्चिंत ही रक्तचाप को नियन्त्रित करने मे मदद मिलेगी।